हम एक दिन महरूफ़ क्या हुए, जनाब ने तोहमत लगा दी खुद को भूल जाने की.
सुनो आज आखरी बार अपनी बाँहों में सुला लो . अगर आँख खुले तो उठा देना , वरना सुबह हमे Continue Reading..
ख़ुबसूरत था इस क़दर के महसूस ना हुआ,,,,,,,, कैसे कहाँ और कब मेरा बचपन चला गया
उनको समझो जिन्दगी 💜, उनको समझो प्यार 💑, धड़के 💓 दिल जिसके लिए, एक पल में सौ सौ बार
तेरी मुहब्बत की तलब थी तो हाथ फैला दिए वरना, हम तो अपनी ज़िन्दगी के लिए भी दुआ नहीं करते…
तुम्हारे हर सवाल का जवाब मेरी आँखों में था और तुम मेरी जुबान खुलने का इंतज़ार करते रहे।
~Jiski Sazza Sirf Tum Ho Aiisa Koii Gunaah Karna Hai Mujhe .. ‘
Chalo bikharne dete hai zindagi ko Sambhaalne ki bhi to ek hadd hoti hai.
दिल करता है कहीं इस तरह गुम हो जाऊँ ……. रहू सबके सामने पर किसी को नजर ना आऊँ .
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