तू याद रख, या ना रख… तू याद है, ये याद रख…
*जब आप “फिक्र” में होते हो तो,खुद जलते हो… और* *आप “बेफिक्र” होते है,तो दुनिया जलती है…
तुम रख ना सकोगे मेरा तोहफा सभालकर वरना मै तुमको अभी दे दु अपने जिस्म से रूह निकाल कर
सूखे होठोँ से ही होती है मीठी बाते प्यास बुझ जाए तो अलफाज और इंसान दोनो बदल जाते है
कुछ लोग आए थे मेरा दुख बाँटने मैं जब खुश हुआ तो खफा होकर चल दिये
आज तो दिल भी धमकियाँ दे रहा है।। कर याद उसे वरना धड़कना छोड़ दूंगा
मांगो तो उस रब से मांगो जो सबका दाता है इंसानो की बात न करीये जो नंगे बदन आता है Continue Reading..
~Ab Toh Bas Jaan Dene Ki Baari Haii, Meiin Kaha Tak Saabit Karu Mujh Meiin Bhii Waffa Haii .. ‘
Khushbu Ke Jazeeron Se Sitaron Ki Hadoon Tak Is Sheher Mai Sab Kuch Hai Bas Ik Teri Kami Hai .-.!
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