JiSki nazron mein hum nhi ache…..
Kuch toh woh app bhi bUre honge…
-Ek Muddat Se Waqt Khamosh Tha Aaj, Lamhe Fir Yoon Hi Kuch Kehne Lage .. ‘
कितनी बुरी आदत है ना मेरी….* *बहुत जल्दी भरोसा कर लेता हूं लोगो पर
मेरे बारे में अपनी सोच को थोड़ा बदलकर देख, मुझसे भी बुरे है लोग तू घर से निकलकर तो देख
Is Barish Se Keh Do mere Aangan ????Main Na Barsein… Ishe Dekh Kar Mujhe Koi Shiddat Se Yaad Aata Hai…!!!
सुनो, उसको बता देना की जो उस पर मरती थी न वो मर गयी है
Aa kuch likhdu tere bare meIN, Tu bhi dhundhti hogi khud ko mere Lafzon meIN
दोस्त : यार ये शादी का क्या मतलब होता हे ? पप्पू : धूमधाम से खुद की सुपारी देना ……?
कैसे करूँ मैं साबित…कि तुम याद बहुत आते हो… एहसास तुम समझते नही…और अदाएं हमे आती नहीं…
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