Sandip Leave a comment दस्तूर-ऐ-वफा हम इस तरहा निभाऐंगे तुम रोज खफा होना हम रोज मनाऐंगे तेरी दोस्ती का सिला हम इस तरहा चुकाऐंगे शादी हो तेरी और दुल्हन हम ले जाऐंगे Copy