राज तो हमारा हर जगह पे है…।
पसंद करने वालों के “दिल” में,
और
नापसंद करने वालों के “दिमाग” में…
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ਕੁੜੀਆਂ ਵੀ ਕਮਲੀਆਂ ਈ ਹੁੰਦੀਆਂ..
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ਸਾਰੇ ਜਹਾਨ ਦੀਆਂ ਚੁਗਲੀਆਂ ਕਰ ਕੇ
ਕਹਿਣਗੀਆਂ…
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ਚੱਲ ਛੱਡ ਆਪਾਂ ਕੀ ਲੈਣਾ !
कहते हे कि पत्थर दिल रोया नही करते
तो..
फिर पहाङो से ही झरने क्यो बहा करते है ..”
मेने दिलके दरवाजे पे लिखा अंदर
आना मना है!!!
इश्क मुस्कुराया और बोला
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माफ करना मे तो अंघा हूं!!!!!!
ਜਿਂਦਗੀ ਤੇ ਬਹੁਤ ਕੁਝ ਗਵਾਇਆ ਤੇ ਬਹੁਤ ਕੁਝ
ਕਮਾਇਆ।
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ਕੁਝ ਮਾਂ ਨੇ ਸਮਝਾਇਆ ਤੇ ਕੁਝ ਧੋਖਿਆਂ ਨੇ
ਸਿਖਾਇਆ
Cho0r Diya Hai Sabk0 Bina Waja Tang Karna
Ae D0st
Jab K0i Apna Samjta Hi Nahi T0 Yaad DiLa
Kar Kia Karna.
मोहबत को जो निभाते हैं उनको मेरा सलाम है,
और जो बीच रास्ते में छोड़ जाते हैं उनको,
हुमारा ये पेघाम हैं,
“वादा-ए-वफ़ा करो तो फिर खुद को फ़ना करो,
वरना खुदा के लिए किसी की ज़िंदगी ना तबाह करो”
उसे लगता है
की उसकी चालाकियाँ मुझे समझ
नही आती
मै बड़ी खामोशी से देखता हु
उसको अपनी नजर से गिरते हुए
मुझे रिश्तो की लंबी कतारोँ से मतलब नही ,
कोई दिल से हो मेरा, तो एक शख्स ही काफी है..।
कटी पतंग का रूख तो था मेरे
घर की तरफ
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पर उसे लूट लिया ऊँचे मकान वालों
ने
लोगो से कह दो हमारी …..,
तकदीर से जलना छोड दे,
हम घर से दवा नही माँ की
…..,दुआ लेकर निकलते है
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कोई ना दे हमे खुश रहने की …..,
दुआ तो भी कोई बात नही,
वैसे भी हम खुशियाँ रखते नही
…..,बाँट दिया करते है
वो अपनी गली की रानी होने का गुरुर करती है
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नादान
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ये नही जानती की हम उसी शाहर के बादशाह है
तमननाओ की महफिल तो हर कोई सजाता है
पर
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पुरी उसी की होती जो तकदीर लेकर आता है
तमननाओ की महफिल तो हर कोई सजाता है
पर
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पुरी उसी की होती जो तकदीर लेकर आता है
एहसान किसी का वो रखते नही मेरा भी लोटा दिया
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जितना खाया था नमक
मेरे जख्मोँ पर लगा दिया
अपनी कमजोरियो का जिकर
कभी ना करना
दुनिया के सामने
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सुना है लोग कटी पंतग
को जमकर
लूटा करते है