Prakash Singh Sisodia Leave a comment लिखी खुद ने मुहब्बत सब की तक़दीर में .. जब हमारी बारी आई तो स्याही खत्म हो गयी Copy
Prakash Singh Sisodia Leave a comment क्या खूब मेरे क़त्ल का तरीका तूने इजाद किया.. मर जाऊं हिचकियों से, इस कदर तूने याद किय Copy