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मेरे सबर की इन्तहा क्या पूछते हो
ऐ दोस्त
वो मुझसे लिपट कर रोये भी तो किसी और के लिए….



आज का सत्य

नींद आखे बंद करने से नही
Net बंद करने से आती है..!!…

लाख चाहू की तुझे याद न करू
लेकिन इरादे अपनी जगह है
और बेबशी अपनी जगह