*खामोशी से बनाते रहो पहचान अपनी..*
*हवाएँ ख़ुद गुनगुनाएगी नाम तुम्हारा..!!*
*खामोशी से बनाते रहो पहचान अपनी..*
*हवाएँ ख़ुद गुनगुनाएगी नाम तुम्हारा..!!*
एक आदमी किसी कॉलेज के टॉयलेट में गया..
अंदर टॉयलेट सीट पर बैठा तो देखा सामने दिवार पर लिखा हुआ था-
.
“इतना जोर अगर पढ़ाई में लगाता तो आज किसी अच्छी सीट पर बैठा होता !”
“भैया दूध में इतनी मिलावट करते हो कुछ तो भगवान से डरो”…..
दूधवाला – मिलावट की बात आप तो करो ही मत भैनजी।
अपनी फेसबुक वाली डीपी देखो और अभी अपनी शक्ल आईने में देखो..
भगवान क्या खुद से डर जाओगी।
शुक्र मनाओ हम कमेन्ट नहीं किये हैं उस पर
लाओ चुपचाप भगौना दो….
एक तरफ आँखें है जिनमें नीदें भरी है…
दूजी पलकें है जो इंतजार की जिद पे अडी है
वो फिर से लौट आये थे मेरी जिंदगी में’ “अपने मतलब” के लिये,
और हम सोचते रहे की हमारी दुआ में दम था !
खूबियाँ इतनी तो नही हम में कि
तुम्हे कभी याद आएँगे पर
इतना तो ऐतबार है हमे खुद पर,
आप हमे कभी भूल नही पाएँगे
धयान से पढ़ना आँखों में पानी आ जाएगा.
बड़े गुस्से से मैं घर से चला आया ..
इतना गुस्सा था की गलती से पापा के ही जूते पहन के निकल गया
मैं आज बस घर छोड़ दूंगा, और तभी लौटूंगा जब बहुत बड़ा आदमी बन जाऊंगा …
जब मोटर साइकिल नहीं दिलवा सकते थे, तो क्यूँ इंजीनियर बनाने के सपने देखतें है …..
आज मैं पापा का पर्स भी उठा लाया था …. जिसे किसी को हाथ तक न लगाने देते थे …
मुझे पता है इस पर्स मैं जरुर पैसो के हिसाब की डायरी होगी ….
पता तो चले कितना माल छुपाया है …..
माँ से भी …
इसीलिए हाथ नहीं लगाने देते किसी को..
जैसे ही मैं कच्चे रास्ते से सड़क पर आया, मुझे लगा जूतों में कुछ चुभ रहा है ….
मैंने जूता निकाल कर देखा …..
मेरी एडी से थोडा सा खून रिस आया था …
जूते की कोई कील निकली हुयी थी, दर्द तो हुआ पर गुस्सा बहुत था ..
और मुझे जाना ही था घर छोड़कर …
जैसे ही कुछ दूर चला ….
मुझे पांवो में गिला गिला लगा, सड़क पर पानी बिखरा पड़ा था ….
पाँव उठा के देखा तो जूते का तला टुटा था …..
जैसे तेसे लंगडाकर बस स्टॉप पहुंचा, पता चला एक घंटे तक कोई बस नहीं थी …..
मैंने सोचा क्यों न पर्स की तलाशी ली जाये ….
मैंने पर्स खोला, एक पर्ची दिखाई दी, लिखा था..
लैपटॉप के लिए 40 हजार उधार लिए
पर लैपटॉप तो घर मैं मेरे पास है ?
दूसरा एक मुड़ा हुआ पन्ना देखा, उसमे उनके ऑफिस की किसी हॉबी डे का लिखा था
उन्होंने हॉबी लिखी अच्छे जूते पहनना ……
ओह….अच्छे जुते पहनना ???
पर उनके जुते तो ………..!!!!
माँ पिछले चार महीने से हर पहली को कहती है नए जुते ले लो …
और वे हर बार कहते “अभी तो 6 महीने जूते और चलेंगे ..”
मैं अब समझा कितने चलेंगे
……तीसरी पर्ची ……….
पुराना स्कूटर दीजिये एक्सचेंज में नयी मोटर साइकिल ले जाइये …
पढ़ते ही दिमाग घूम गया…..
पापा का स्कूटर ………….
ओह्ह्ह्ह
मैं घर की और भागा……..
अब पांवो में वो कील नही चुभ रही थी ….
मैं घर पहुंचा …..
न पापा थे न स्कूटर …………..
ओह्ह्ह नही
मैं समझ गया कहाँ गए ….
मैं दौड़ा …..
और
एजेंसी पर पहुंचा……
पापा वहीँ थे ……………
मैंने उनको गले से लगा लिया, और आंसुओ से उनका कन्धा भिगो दिया ..
…..नहीं…पापा नहीं…….. मुझे नहीं चाहिए मोटर साइकिल…
बस आप नए जुते ले लो और मुझे अब बड़ा आदमी बनना है..
वो भी आपके तरीके से …।।

“माँ” एक ऐसी बैंक है जहाँ आप हर भावना और दुख जमा कर सकते है…
और
“पापा” एक ऐसा क्रेडिट कार्ड है जिनके पास बैलेंस न होते हुए भी हमारे सपने पूरे करने की कोशिश करते है…
Always Love Your Parents
ਅਸੀਂ ਉਸਦੇ ਹਾਂ , ਇਹ ਰਾਜ਼ ਤਾਂ ਓਹ ਜਾਣ ਚੁਕੇ ਨੇ …!
ਪਰ ਓਹ ਕਿਸਦੇ ਨੇ.. ??
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ਬਸ ਇਹੀ ਸਵਾਲ ਰਾਤਾਂ ਨੂ ਸੌਣ ਨੀ ਦਿੰਦਾ…
ਕਹਿੰਦਾ ਤੂੰ wi fi ਵਰਗੀ ਮੋਟੋ….
ਮੈ iPhone 8 ਵਰਗਾ ਕਾਕਾ…..
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ਅਾਪਾ ਦੋਵਾ ਨੂੰ………??
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ਮਿਲਣ ਨਾ ਦੇਵੇ……
ਤੇਰਾ Password ਵਰਗਾ ਪਾਪਾ
ਇਹ ਕਫਨ, ਇਹ ਜਨਾਜੇ, ਇਹ ਚਿਤਾਵਾਂ
ਸਭ ਰਸਮਾਂ ਨੇ ਦੁਨੀਆਂ ਦੀਆਂ,
ਇਨਸਾਨ ਮਰ ਤਾਂ ਓਦੋਂ ਹੀ ਜਾਂਦਾ ਹੈ,
ਜਦ ਯਾਦ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਕੋਈ ਨਾ ਹੋਵੇ.
ਤੂੰ ਸਿਕਾਰੀ, ਮੈ ਪੰਛੀ ਹਾਂ ,
ਬੋਲਣ ਨਹੀ ਦੇਣਾ ਫੜਕਣ ਤਾ ਦੇ ,
ਜਿਹੜੇ ਤੀਰ ਤੂੰ ਮਾਰੇ ਵਿੱਚ ਸੀਨੇ ,
ਕੱਢਣੇ ਨਹੀ ਰੜਕਣ ਤਾਂ ਦੇ ..
ਦੋਸਤੋ ਇਕ ਵਾਰ ਜਰੁਰ ਪੜੋ..
ਕੁੜੀ ਨੇ ਇੱਕ ਬਜੁਰਗ ਤੌ ਪੁਛੀਆ
ਪਿਆਰ ਦੀ ਹਕੀਕਤ ਕੀ ਏ.. ??
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ਬਜੁਰਗ ਨੇ ਕਿਹਾ :-“ਜਾਵੋ ਕੋਈ ਨੇੜੇ ਦੇ ਬਗੀਚੇ ਵਿੱਚੋ
ਜੋ ਫੁੱਲ ਸਬ ਤੋ ਸੋਹਣਾ ਏ
ਉਹ ਤੋੜ ਕੇ ਲਿਆਵੋ”…
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ਕੁੜੀ ਦੋ ਘੰਟੇ ਬਾਅਦ ਵਾਪਸ ਆਉਂਦੀ ਏ ਤੇ
ਬਜਰੁਗ ਨੂੰ ਦਸੀਆ..
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ਬਗੀਚੇ ਵਿੱਚ ਮੈ ਫੁੱਲ਼ ਵੇਖਦੀ ਰਹੀ , ਇੱਕ ਫੁੱਲ ਮੈਨੂੰ ਬਹੁਤ
ਸੋਹਣਾ ਲਗੀਆ ਪਰ ਮੈ..
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ਉਸਤੋ ਸੋਹਣੇ ਦੀ ਖੋਜ ਚ ਅੱਗੇ ਨੂੰ ਤੁਰ ਪਈ..
. .
ਪਰ ਅੱਗੇ ਕੋਈ ਸੋਹਣਾ ਨਹੀ ਲੱਭੀਆ ਇਸ
ਕਰਕੇ ਮੈ ਦੁਵਾਰੇ ਵਾਪਸ ਆਈ..
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ਤਾਂ ਵੇਖਦੀ ਹਾਂ ਕੀ ਸੋਹਣੇ ਫੁੱਲ ਨੂੰ ਕੋਈ ਹੋਰ
ਤੋੜ ਕੇ ਲੈ ਗਿਆ ਸੀ..!
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ਬਜੁਰਗ ਨੇ ਇਹ ਸੁਣ ਕੇ ਕਿਹਾ””ਆਹੀ ਪਿਆਰ ਦੀ
ਹਕਿਕਤ ਏ ਬਿਬਾ ਜੇ ਪਿਆਰ ਕਰਨ ਵਾਲਾ ਸਾਹਮਣੇ ਹੋਵੇ ਤਾਂ
ਉਸਦੀ ਕਦਰ ਨਹੀ ਕਿਤੀ ਜਾਂਦੀ ਪਰ ਜਦੋ ਵਾਪਸ
.
ਲੋਟੋ ਤਾਂ ਉਹ ਵੀ ਤੁਹਾਨੂੰ ਨਹੀ ਮਿਲਦਾ”
Let go of the past so God can
open the door to your future.
I want to be so successful that one day my mom never has to buy a thing for herself again.
ਅੱਜ ਦਾ ਗਿਆਨ
ਪਤਨੀ ਦੇ ਤਾਅਨੇ ਜਦੋਂ ਹੱਦ ਤੋਂ ਬਾਹਰ ਹੋ ਜਾਣ ਤਾਂ
ਤੁਰੰਤ ਜੁੱਤੀ ਚੁੱਕੋ
ਪਾਓ ਅਤੇ ਘਰੋਂ ਬਾਹਰ ਨਿਕਲ ਜੋ
ਬਾਕੀ Umar ਹੈ ਕਾਫੀ ਜੋ Dil ਨੂੰ ਨੀ
ਭਾਉਂਦੀ……..
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Jawani ਚੀਜ਼ ਹੈ ਐਸੀ ਜੋ ਮੁੜਕੇ Ni ਆਉਂਦੀ….