~ बड़ा अजीब सा जहर था उसकी यादों का सारी उम्र गुजर गयी मरते – मरते .. ^
Soch rakhi han buhat si batein tumahin sunany ko Tum ho y aaty hi nahi hamein manaany kay liye…!!!
‘मयखाने’ लाख बंद कर ले ‘जमाने’ वाले. ‘शहर’ में कम नही ‘नजरो’ से पिलाने वाले.
दामन को फैलाये बैठे हैं अलफ़ाज़-ए-दुआ कुछ याद नही माँगू तो अब क्या माँगू जब तेरे सिवा कुछ याद नही!!
जो आप से दिल से बात करता हो . उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना
बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में, अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए
“तुम्ही आकर थाम लो ना मुझे .! बाबू सब ने छोड़ दिया है मुझे तेरा समझकर ..!!”
~Usy Pana Usy Khona Usi K Hijar Me Rona, Yehi Gar Ishq Hai Toh Hum Tanha Hi Ache Hain .. Continue Reading..
आज पगली बरसो बाद मिली तो गले लगकर खूब रोइ….. जानते हो ये वही थी जिसने कहा था तेरे जैसे Continue Reading..
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