~ बड़ा अजीब सा जहर था उसकी यादों का सारी उम्र गुजर गयी मरते – मरते .. ^
~Kassh Koii Aiisa Ho Jo Gale Lga Kar Kahe,, Tere Dard Se Hame Bhii Takleef Hotii Haii .. ^
दम तोड़ जाती है हर शिकायत लबों पे आकर, जब मासूमियत से वो कहती है मैंने क्या किया है
एक तरफा ही सही मगर प्यार तो प्यार है..!!❤ उसे हो ना हो लेकिन मुझे बेशुमार है..!
JiSki nazron mein hum nhi ache….. Kuch toh woh app bhi bUre honge…
Waqt Acha Zaroor Aata Hai.. Par Kabhi Waqt Par Nahi Aata…!!!
Khushbu Ke Jazeeron Se Sitaron Ki Hadoon Tak Is Sheher Mai Sab Kuch Hai Bas Ik Teri Kami Hai .-.!
इतनी बेरुखी ना करो कुछ तो रहम करो, तुम पर मरते हैँ तो क्या मार ही डालोगे…
तलब करे तो मैं अपनी आँखें भी उन्हें देदू, मगर ये लोग मेरी आँखों के ख्वाब मांगते हैं.
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