~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe, Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘
तुम दूर हो या पास फर्क किसे पड़ता है, तू जँहा भी रहे तेरा दिल तो यँही रहता है..
शीशा टूटने के बाद बिखर जाए वो ही बेहतर है, क्यूंकि दरारें ना जीने देती है और ना ही मरने Continue Reading..
मंजूर थे हमें वक्त के सारे सितम मगर…. तुमसे बिछड़ कर जी लेना ~ सज़ा ज़रा ज्यादा हो गई !
Hukumat karna hota agar tumse Ijazat nahi lete…. Mohabbat ki hai isleye adab se pesh aate hai…
एहसान जताना जाने कैसे सीख लिया.. मोहब्बत जताते तो कुछ और बात थी।
लापरवाह सही तुम्हें याद तो करते है.. आदतें बुरी ज़रूर है दिल के बुरे नही है हम..
हम जिस्म को नही रूह को वश मे करने का शोक रखते है
तेवर तो हम वक्त आने पर दिखायेँगेँ.. शहर तुम खरीद लो हूकूमत हम चलायेँगेँ
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