~Waffa Par Ab Bhii Qaiim Hoon Meiin,
Lekin Ab Mohabbat Chorr Di Hamne .. ‘
हम जिस्म को नही रूह को वश मे करने का शोक रखते है
अगर में कहुँ उदास हु तुम बिन तो तुम लौट आओगी ना
Jisy Khud sy hi nahi fursatein, jisy khyal apnay jamal ka… Usey Kya Khabar mery shoq ki , usy kya Continue Reading..
मैं तो दिल को साफ रखा करता था हमें क्या पता कि कीमत तो चेहरे की होती हैं
मैंने रब से कहा वो छोड़ के चली गई पता नहीं उसकी क्या मजबूरी थी रब ने कहा इसमें उसका Continue Reading..
मुझे आज भी उसकी शिद्दत रोने नही देती …! कहती थी मर जायेंगें तेरे आँसुओं के गिरने से पहले
फ़िक्र तो तेरी आज भी है.. बस .. जिक्र का हक नही रहा।
तुम्हे क्या पता की किस दर्द में हूँ मैं, जो कभी लिया ही नहीं उस कर्ज में हूँ मैं
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