~Waffa Par Ab Bhii Qaiim Hoon Meiin,
Lekin Ab Mohabbat Chorr Di Hamne .. ‘
मंजूर थे हमें वक्त के सारे सितम मगर…. तुमसे बिछड़ कर जी लेना ~ सज़ा ज़रा ज्यादा हो गई !
कितना मुशकिल है दुनिया में ये हुनर अपनाना….. तुम्ही से प्यार करना… और तुम्ही से फासला रखना…..!!!!!!
-Ishq Kiiya Jo Us’se Phir Usko Aazmana Kya?
क्या देते किसी को मुस्कुराहट हम अपने आँखों से ज़ार ज़ार थे… क्या देते किसी को ज़िन्दगी का तोहफा हम Continue Reading..
Diye hain zindagi ne zakhm aese, . Ke jin ka waqt bhi marham nahin hai “
~Kyun Na Ayy Shakhs Tujhe Hath Laga Kar Dekhoon, Tu Mere Vehem Se Barh K Bhi To Ho Sakta Hai Continue Reading..
“क्या लिखूँ अपनी जिंदगी के बारे में दोस्तो, वो लोग ही बिछड़ गए जो जिंदगी हुआ करते थे !!”
अजीब ज़ुल्म हुए है* दुनिया में मोहब्बत पर. जिन्हें मिली उसे क़दर नहीं* और जिन्हें क़दर थी उन्हें मिली नहीं*
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *