मोहब्बत सिर्फ मोहब्बत चाहती है, किसीकी महेरबानी नहीं !!
क्यों याद करेगा कोई बेवजह मुझे ऐ खुदा , लोग तो बेवजह तुम्हे भी याद नहीं करते !!”
शाम से आँख में नमी सी है, आज फिर आपकी कमी सी है,
मोहब्बत में दूरियों से फर्क नहीं पड़ता मोहब्बत निभाने वाला सच्चा हो
~Khushiya Toh Taqdeer Meiin Honi Chahiye, Tasver Meiin Toh Har Koi Muskurata Haii .. ‘
सुना है तुम ज़िद्दी बहुत हो, मुझे भी अपनी जिद्द बना लो.!!
मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू, कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!
पुराने आशिक वफा तलाश करते थै, आज के आशिक जगह तलाश करते है..
वो जवानी ही क्या जिसे लोग पलट कर न देँखेँ
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *