दर्द आवाज छीन लेता है ओर खामोशी की कोई वजह नही होती
काग़ज़ पे तो अदालत चलती है.. हमने तो तेरी आँखो के फैसले मंजूर किये।
एक छोटी पेंसिल एक विशाल याद्दाश्त से कहीं बेहतर है
मेरे कंधे पर कुछ यूँ गिरे तेरे आंसू, कि सस्ती सी कमीज़ अनमोल हो गयी.!!
-Tu Zaroori Sa Haii Mujhko Ziinda Rehney Ke Liiye ..
पसंन्द आया तो दिल में , नही तो दिमाग में भी नही ।
आँखों के अंदाज़ बदल जाते हैं जब कभी हम उनके सामने जाते हैं
~Hasrat’E-Deedar Bhii Kya Cheez Hyy, Wo Samne Aye To Musalsal Dekha Bhi Nahi Jata .. ‘
जितनी हसीन ये मुलाकातें है😉 😘 उससे भी प्यारी तेरी बातें है
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *