बस आख़री साँस बाकी है ,, तुम आती हो या मैं ले लूँ…
वो जवानी ही क्या जिसे लोग पलट कर न देँखेँ
मैं बुरा हूँ तो बुरा ही सही… …. कम से कम “शराफत” का दिखावा तो नहीं करता
मुझे रिश्तो की लंबी कतारोँ से मतलब नही , कोई दिल से हो मेरा, तो एक शख्स ही काफी है..।
छोटा सा सपना है मेरा, जो रोटी में खाऊ वो तू बनाये..
हसरतें आज भी खत लिखती हैं मुझे, पर मैं अब पुराने पते पर नहीं रहती ।।
जिन्हें प्यार नहीं रुलाता उन्हें प्यार की निशानियाँ रुला देती हैं.
~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe, Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘
दर्द आवाज छीन लेता है ओर खामोशी की कोई वजह नही होती
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