Sahil Saxena Leave a comment ये तो मोहब्बत थी तुमसे जो तेरी बेवफ़ाई बर्दास्त कर गया, . . ऐ बेवफा, . . वरना तेरे सीने से वो दिल निकाल लेता जो मोहब्बत के काबिल ना था Copy