Kaur Preet Leave a comment जिसे चाहा काश वो हमारा होता, मेरी खुवाहिशों का भी कोई किनारा होता, ये सोच कर मैंने उस को रोका नहीं, दूर ही क्यों जाता अगर वो हमारा होता..!! Copy