Kaur Preet Leave a comment रात की तन्हाई मे अकेले थे हम, दर्द की महफिलों मे रो रहे थे हम, आप हमारे भले ही कुछ नही लगते, पर फिर भी आपके बिना बिलकूल अधूरे है हम Copy