कहाँ पूरी होती है दिल की ख्वाहिशें सर्दी भी हो.. चाय भी हो.. और वो भी.
तुम किसी और से मालूम तो करके देखते ? हम किसी और के कितने थे….और तुम्हारे कितने
ज़ुल्फ़ें न बाँध … पगली हवाएँ नाराज़ हो जाएँगी.
जितना जी चाहे रुलाना मुझको जितना जी चाहे सताना मुझको, एक छोटी सी इल्तेजा है फखत मेरी एक दिन आके Continue Reading..
~Sochti Hun Kabhi Utar Keh Daikhun Us Keh Dil Mein, Kon Basa Hai Us Mein Jo Mujhe Basne Nahii Deta Continue Reading..
-Meiin Raaz Tujh’Seh Kahu HumRaaz BanJa Zara Karnii Haii Kuch Guftgu Alfaaz BanJa Zara .. ‘
तेरे बिना में ये दुनिया छोड तो दूं , पर उसका दिल कैसे दुखा दुं , जो रोज दरवाजे पर Continue Reading..
चलो नाराज़ हो जाओ, तुम्हे मालूम ही क्या है , कि बाँहों में तुम्हे ले कर मनाने का मज़ा क्या Continue Reading..
मुझे मतलबी कहते हो तुम, दिल में रहते हो…कभी किराया माँगा क्या !!
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