ninder singg Leave a comment पत्नियाँ चाहे 95 मिनट तक अपनी मम्मी से बात कर लें लेकिन अंत मे एक बात ज़रूर बोलती हैं, “ठीक है मम्मी …. फ़्री होकर बात करती हुँ” और उनकी माँ सोचती हैं “पता नहीं बेटी को कितना काम करना पड़ता है, बेचारी २ मिनट भी चैन से बात नहीं कर पाती” Copy