Kaur Preet Leave a comment अभी पिछत्तीस का कन्फ्यूजन दूर हुआ नहीं, एक नई संख्या और सामने आ गई: “साढ़े तीन लाख पचास हजार” साला “दिमाग का दही” कर रखा है! पप्पू😆😆😆 Copy