एक बार एक आदमी अपनी गर्लफ्रेंड को खुश करने के लिए कोई तोहफा ढूंढ रहा था
तो उसने देखा कि जानवरों की एक दुकान पर सेल का बोर्ड टंगा हुआ है।
वो झट से दुकान के अंदर घुस गया और इधर-उधर देखने लगा।
तभी उसे वहां पिंजरे में एक तोता दिखाई दिया, लेकिन सभी जानवरों की बिक्री नीलामी बोली से हो रही थी।
जब तोता नीलामी के लिए आया तो बोली सबसे ऊँची गयी पर आखिरी बोली उसी आदमी के नाम पर ही छूटी।
आदमी खुश हो गया और वह तोता लेकर बाहर निकल आया। बाहर आते-आते उसे ख्याल आया कि कहीं उसका चुतिया तो नहीं बना दिया। पता नहीं यह तोता बोलता भी है या नहीं।
वह वापिस दुकान में गया और मालिक से पूछा कि यह तोता सच में बोलता है या तुम लोगों ने मुझे चुतिया बना दिया है।
इससे पहले कि दुकानदार कुछ बोलता, तोते ने जवाब दिया, “साले हम तुम्हे चुतिया क्यों बनाएंगे तुझे तो यह भी नहीं पता चला कि तेरे खिलाफ बोली मैं खुद ही बड़ा रहा था।