Sahil Saxena Leave a comment महोब्बत भी अजीब चीज बनाई खुदा तुने ! तेरे ही मंदिर मे, तेरी ही मस्जिद मे, तेरे ही बंदे, तेरे साहमने रोते है, तुझे नही, किसी और को पाने के लिए Copy