bolne ka haq cheena ja sakta hai..
magar
Khamoshi ka nahi
Ishq mehsus karna bhi ibbadat se kam nahi zara batao shooh kar kis ne khuda ko dekha hai
बच्चे झगड़ रहे थे मोहल्ले के जाने किस बात पर … सूकून इस बात का था न मंदिर का ज़िक्र Continue Reading..
अच्छा, बुरा और बुरा, अच्छा लगने लगता है। पहले देखेगा कौन? बदल तो सही अपना द्रष्टिकोण। सोचेगा कौन? जो रहेगा Continue Reading..
मत पूछो कैसे गुजर रही है जिँन्दगी . उस दौर से गुजर रही है जो दौर गुजरता ही नही
अपनी Profile Pic तिरंगा लगाओ या ना लगाओ यह जरुरी नही है, . . लेकिन 16 अगस्त को रास्ते पर Continue Reading..
जब मैं ट्रैफिक में गाड़ी चला रहा होता हूँ और थोड़ी ज्यादा भीड़ रहती है तो स्पीड कम रखनी पड़ती Continue Reading..
मिट्टी का मटका और परिवार की कीमत सिर्फ बनाने वाले को पता होती है , तोड़ने वाले को नहीं।
अपनी कीमत उतनी रखिए, जो अदा हो सके … अगर अनमोल हो गए तो, तन्हा हो जाओगे ….
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