Sahil Saxena Leave a comment बैठे बैठे ज़िन्दगी बरबाद ना की जिए, ज़िन्दगी मिलती है कुछ कर दिखाने के लिए, रोके अगर आसमान हमारे रस्ते को, तो तैयार हो जाओ आसमान झुकाने के लिए Copy