-Jab Meiin Kuch Bhii Nahii Sochtii Tab Bhii Meiin Tumhe Sochtii Hoon .. ‘
‘बड़ी बारीकी से तोडा है, उसने दिल का हर कोना, मुझे तो सच कहुँ, उस के हुनर पे नाज़ होता Continue Reading..
ऐ चाँद तू किस मजहब का है . ईद भी तेरी और करवाचौथ भी तेरा
-Sun Kar Tamaam Raat Merii Dastaan’E-Gum, Bole To Sirf Ye Ki Bohot Boltii Ho Tum .. ‘
तलासी ले ले ए दोस्त मेरी तू भी अगर जेबो में मजबूरी के सिवा कुछ ओर मिले तो ये ज़िन्दगी Continue Reading..
अनदेखे धागों में, यूं बाँध गया कोई, की वो साथ भी नहीं, और हम आज़ाद भी नहीं !!
अन्दाज़ कुछ अलग ही मेरे सोचने का है, मंज़िल का सब को है शौक़, मुझे रास्ते का है….
ना जाने इस ज़िद का नतीज़ा क्या होगा.. समझता दिल भी नहीँ वो भी नहीँ मैँ भी नहीँ..
Suno Sahib Kabhi Humse Bhi Puch Liya Karo Haal e Dil Kabhi Hum Bhi Yeh Keh Sakein Ke, DUA Hai Continue Reading..
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