हजारो बार ली हैं तलाशियाँ तुमने मेरे दिल <3 की, बताओ कभी कुछ मिला है तुम्हारे सिवा !!!
Related Posts
नींद तो बचपन में आती थी अब तो mobile को rest देने के लिए सो जाते हैं
सुनो, उसको बता देना की जो उस पर मरती थी न वो मर गयी है
हम वही हैं बस ज़रा सा ठिकाना बदल दिया है आजकल तेरे दिल से निकल कर अब अपनी औक़ात में Continue Reading..
हम तो बिछडे थे तुमको अपना अहसास दिलाने के लिए, मगर तुमने तो मेरे बिना जीना ही सिख लिया।
ना जाने कैसा रिश्ता है इस दिल का तुझसे.. धड़कना भूल सकता है पर तेरा नाम नही
Bahut khaas the kabhi nazro mai kisi ke hum bhi, Magar nazro ke takaze badalne main der kaha lagti hai
“मर्दाना कमजोरी” के इलाज पर रंगी हुई है शहरों की दीवारें… और लोग कहते हैं कि “औरतें कमज़ोर” हैं…
न जाने जिंदगी का,ये कैसा दौर है इंसान खामोश हैं और ऑनलाइन कितना शोर है…