हम बने ही थे तबाह होने के लिए.. तेरा छोड़ जाना तो महज़ इक बहाना था.
उम्र कैद की तरह होते हे कुछ रिश्ते ,, जहा जमानत देकर भी रिहाई मुमकिन नही!!
चुप रहना ही बेहतर है, जमाने के हिसाब से ! धोखा खा जाते है, अक्सर ज्यादा बोलने वाले !!
hum ne har ghum main nikhaari hain tumhari yaadain… Hum kOi tum thy jo duniya se shikayt karty …
में खुश हूँ कि उसकी नफरत का अकेला वारिस हूँ वरना मोहब्बत तो उसे कई लोगो से है…..
नाराज़गी बहुत है हम दोनों के दरमियान … वो गलत कहता है कि कोई रिश्ता नहीं रहा
~Sard Mausam Meiin Bohat Yaad Aatey Haii, Dhund Meiin Lipte Huye Waade Unke .. ‘
परेशानी का कोई पैमाना नही होता साहब| मै तो ये सोचकर भी परेशान हो जाती हूँ कि कमिटी(committee) की स्पेलिंग Continue Reading..
अक्सर वक्त पडने पर वो ही साथ छोडते है…😓 जिनपर सबसे ज्यादा भरोसा होता है…
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