~Waha Tak Saath Chaltey Haii .. Yaha Tak Saath Mumkiin Haii .. ^
लम्हों की दौलत से दोनों ही महरूम रहे, मुझे चुराना न आया, तुम्हें कमाना न आया।
तमननाओ की महफिल तो हर कोई सजाता है पर . पुरी उसी की होती जो तकदीर लेकर आता है
आज फिर हँस पड़ी मैं..और रो गया दिल..जब कहा उसने.. कि तुम जैसा गरीब सिर्फ शायरी ही कर सकता है..!!
हां हो रही है हलचल फिर से एक बार इस खामोश जिदंगी मे…. कोई बता दो कि की खुश़ीया आएगी Continue Reading..
माना की मरने वालों को भुला देतें है सभी. . . मुझे जिंदा भूलकर उसने कहावत ही बदल दी
सारी उम्र मैं जोकर सा बना रहा, तेरे पीछे जिंदगी सर्कस हो गयी।
कहाँ पूरी होती है दिल की ख्वाहिशें सर्दी भी हो.. चाय भी हो.. और वो भी.😰😰
शायरी शौक नही, और नाही कारोबार है मेरा, बस दर्द जब सह नही पाता, तो लिख देता हूँ
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