किसी ने धूल क्या झोंकी आखों में, पहले से बेहतर दिखने लगा है.
Har Baar Ilzaam Hum Par Hii Lagana Accha Nahii, Waffa Khud Se Hoti Nahi Khafa Hum Sey Ho Jatey Ho Continue Reading..
हद से ज्यादा बढ चुका है तेरा नजरअंदाज करना; ऐसा सलूक ना करो कि हम भूलने पर मजबूर हो जाये…!
मेरा वक़्त बोला मेरी हालत को देख कर, मैं तो गुजर रहा हूँ तू भी गुजर क्यों नहीं जाता.
नफरतें जला रही लोगों को बुरी तरह ….. आग को तो यूँ ही बदनाम कर रहे हैं हम …!
Ek sukun or ek tum Pta nhi Kahn gum ho jate ho
Aik din woh mil gaye they sar-e-rahguzar kahin, Phir dil ne bethne na diya umar bhar kahin..
~ Agar Samaj Pate Tum Merii Chahat Ki Inteha Toh .. Hum Tumsey Nahi Tum Humse Mohabbat Kartey .. ‘
सुनो एक फ़िक्र, किसी का #ज़िक्र साथ ले जाऊँगा थोड़ा #हँसा, तो कुछ पल रुला के चला #जाऊँगा
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