जरा तो शर्म करती तू पगली. मुहब्ब्त चुप चुप के और नफरत सरे आम.
एक तो कातिल सर्दी, ऊपर से तेरी यादो की धुंध, बेहाल कर रखा है इश्क मे मौसमो ने भी।….
Kya Zaroorat Thi Door Jane Ki ,, Pass Reh Kar B Mere Kab Thay Tum?
Tujhe kya lagta h, Mujhe Teri yaad nhi aati…. Aye Pagal koi apni Barbaadi ko itni jaldi Bhool sakta h Continue Reading..
बचपन में भरी दुपहरी नाप आते थे पूरा महोल्ला, 💗जब से डिग्रियाँ समझ में आई, पाँव जलने लगे
मौत को देखा तो नही पर शायद वो बहुत खूबसूरत होगी, कम्बख्त जो भी उस्से मिलता है जीना छोड देता Continue Reading..
”ना जाने क्यों वो फिर भी इतना प्यार करती है मुझसे… ”’मैंने तो कभी माँ को गुलाब का फूल नहीं Continue Reading..
जब दो लोगों के बीच तीसरा इंसान आ जाता है…. तो दूरियां अपने आप बढ़ जाती हैं !!!!
गुनाह नहीं होगा तेरे नाम के साथ अपना नाम जोड़ना,,, बस डर ये है कि तुझे कोई बदनाम ना करे……
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