कुछ दस्तकें, नींद तोड़ने आती हैं और कुछ… सिर्फ दिल।
सुना है तुम ले लेते हो हर बात का बदला ……. आजमाएंगे कभी तुम्हारे लबों को चूम कर
~Tujhe Roz Dekhu Kareeb Se Mere Shoq Bhii Haii Ajeeb Se .. ^
Kuch isliye b mene use jaane se nhi roka, Kyu ki jata hi kyu agar mera hota……!!!!!
तुम्हे फुरसत हो दुनियां से तो कभी आकर मिलना, हमारे पास सिवा फुरसत के और रह क्या गया है..
तुम्हारा जिक्र ,तुम्हारी फिक्र, तुम्हारा एहसास… तुम खुदा नहीं फिर, हर जगह मौजूद क्यों हो
वो रोटी चुरा के चोर हो गया. . . लोग मुल्क खा गए, कानून लिखते लिखते.
मौजूद थी उदासी अभी पिछली रात की, बहलाया था दिल ज़रा सा के फिर रात हो गयी…
Tu ek bhi baar humse mili nahi warna, Tere hi dil ko tere hi khilaaf kar dete..!!
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