*फिर उड़ गयी नींद ये सोच कर……* *सरहद पर बहा वो खून मेरी नींद के लिए था…..!!
मोहब्बत तो दिल से की थी, दिमाग उसने लगा लिया। दिल तोड़ दिया मेरा उसने और इल्जाम मुझ पर लगा Continue Reading..
जैसे जैसे उम्र गुजरती है एहसास होने लगता है कि माँ बाप हर चीज़ के बारे में सही कहते थे
Mera kaarnama-e-zindagi meri hasraton ke siwa kuch nahi… Yeh kiya nahi, woh hua nahin, yeh mila nahi, woh raha nahi….
बड़ी मुश्किल से बना हूँ टूट जाने के बाद, मैं आज भी रो देता हूँ मुस्कुराने के बाद !
दोस्त को दौलत की निगाह से मत देखो , वफा करने वाले दोस्त अक्सर गरीब हुआ करते हैं….!!
Aik din woh mil gaye they sar-e-rahguzar kahin, Phir dil ne bethne na diya umar bhar kahin..
जिन्दगी भर कोई साथ नहीं देता यह जान लिया हमने लोग तो तब याद करते हैं जुब वह खुद अकेले Continue Reading..
Ehsaas-A- Mhobat ki kitaab likhne chle te hum mgr page kaasaahi se or saahi kaa page miln h naa huaa…
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