गुज़रे है आज इश्क के उस मुकाम से, नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से ।
तेरी तो फितरत थी सबसे मोहब्बत करने की. हम तो बेवजह खुद को खुशनसीब समझने लगे
किसी की मजबूरी का….मजाक ना बनाओ यारों..!! ज़िन्दगी कभी मौका देती है तो कभी धोखा भी देती है..!!
मुझे पढ़कर भी जो तुम जवाब नहीं देते हो न …!! याद करोगे जब हम तेरे लिए लिखना छोड़ देंगे Continue Reading..
जीवन में एक दोस्त कर्ण जैसा भी जरूर होना चाहिए, जो तुम्हारे गलत होते हुए भी तुम्हारे लिए युद्ध करे.
पढ़ रहा हुं मैं इश्क की किताब अगर बन गया वकील तो , बेवफओं की खैर नही…।
मुझे इस बात का गम नहीँ कि बदल गया ज़माना। मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीँ तुम ना बदल Continue Reading..
वह मेरा वेहम था की वो मेरा हमसफ़र है। वह चलता तो मेरे साथ था पर किसी और की तलाश Continue Reading..
लफ्ज़ पहचान बने मेरी तो बेहतर है..!! चेहरे का क्या है, साथ ही चला जाएगा एक दिन
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