-Qafiila Khushbuon Ka Guzra Haii Tum Kahin Aas Paas Ho Shayad .. ‘
तुम्हारे हर सवाल का जवाब मेरी आँखों में था और तुम मेरी जुबान खुलने का इंतज़ार करते रहे।
हम तो पागल है जो शायरी में ही दिल की बात कह देते है.. लोग तो गीता पे हाथ रख Continue Reading..
रोज़ ख्वाबों में जीता हूँ वो ज़िन्दगी … जो तेरे साथ मैंने हक़ीक़त में सोची थी
एक तो कातिल सर्दी, ऊपर से तेरी यादो की धुंध, बेहाल कर रखा है इश्क मे मौसमो ने भी।….
बताओ ज़रा कौन सी बहार ले आया है जनवरी . . सब कहते थे बड़ा वीरान है दिसंबर..!!
मेरे दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ “साहेब*”, *राख के नीचे ही अक्सर आग दबी होती है*…
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना, हम ‘जान’ दे देते हैं मगर ‘जाने’ नहीं देते !!
शक करके बर्बाद होने से अच्छा है कि, विशवास रखकर लुट जाये
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