Meri khamoshi bahot kuch kehti hai Kaan laga kar nahin, Dil laga kar suno
~Lafzo’n Ki Banawat Mujhe Nahi Aatii, Tumse Pyar Haii Seedhi Si Baat Haii .. ‘
अब तो इतवार में भी कुछ यूँ हो गयी है मिलावट छुट्टी तो दिखती है पर सुकून नजर नहीं आता
उड़ा भी दो रंजिशें, इन हवाओं में यारो…. छोटी सी जिंदगी हे, नफ़रत कब तक करोगे !
ये दुनियाँ के तमाम चेहरे तुम्हें गुमराह कर देंगें.. तुम बस मेरे दिल में रहो, यहाँ कोई आता जाता नहीं
उसने महबूब ही तो बदला है फिर ताज्जुब कैसा, दुआ कबूल ना हो तो लोग खुदा तक बदल लेते है।
पत्थर भी मारोगे तो भर लेंगे झोली अपनी … हम यारो के तोहफ़े कभी ठुकराया नही करते
तूने फैसले ही सारे दूर जाने वाले किये, नहीं तो बता मेरे से करीब तेरे और कौन था।
Taqlik Kaniat Ki Yeh Reet Bari Nirali Hai.. Jo Ho Na Sake Apna Acha Bhi Wohi Lagta Hai..?
Beautifull
ji aapki sahyri ne hemare dill ko chu liya ji m to aapka beda wala fann hogya
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Beautifull
ji aapki sahyri ne hemare dill ko chu liya ji m to aapka beda wala fann hogya
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