रंग कैसा है तुम्हारे प्यार का.. जख़्म दिल के सब गुलाबी हो गए
बहन का प्यार है इसमें हिफाज़त का तक़ाज़ा भी, इसी रेशम के धागे पर कलाई नाज़ करती है।
ना जाने क्यों मुझे लोग मतलबी कहते है एक तेरे सिवा दुनियां से मतलब नहीं मुझे।
अगर आँसूं बहा लेने से यादे बह जाती तो तेरी कसम एक ही दिन में हम तेरी याद मिटा देते
Badal jate hai Wo Log bhi Waqat ki trah… Jinhe Hum Hadd se Jyada Waqat dete hai…!!
सिर्फ एक ही तमन्ना रखते हैं हम अपने दिल में… बस महोब्बत से याद करो चाहे मुद्दतों न बात करो..
मेरी आँखों में मत ढूंढा करो खुद को पता है ना.. दिल में रहते हो खुदा की तरह
Itna “ZALIM” na bano kuCh to “MURAWAT” seekho. . . . Tum pay mrtay hain toh kya “MAAR” hi dalo Continue Reading..
Chup chap chal rahay thay safar-e-hayat mein Tum pe nazar pari to, gumrah se ho gaey.
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