मुझे सिर्फ इतना बता दो….इन्तजार करु….. या बदल जाऊ मै भी तुम्हारी तरह….
Ehsaas-A- Mhobat ki kitaab likhne chle te hum mgr page kaasaahi se or saahi kaa page miln h naa huaa…
उसे हमारी याद तब ही आती है जब उसके पास कोई और बात करने के लिए ना हो ।।।।
मुझे मालूम था के लौट के अकेले ही आना है, फिर भी तेरे साथ चार कदम चलना अच्छा लगा..
~Kehney Walon Ka Kya Jaata Haii .. Sehney Waley Kmaal Kartey Haii .. ^
वो मेरी होगी तो लौट आएगी एक दिन मेरे पास, हम जिसे प्यार करते है उसे कैद नहीं करते !!
शायद मुझे सुकून तेरे पास ही मिले… मुझको गले लगा बहुत बेक़रार हूँ……..
पाना है मुक्काम ओ मुक्काम अभी बाकी है अभी तो जमीन पै आये है असमान की उडान बाकी है !
~Unchi Emaarton Me Chup Gya Makaan Mera Kuch Log Mere Naseeb Ka Sooraj Bhi Le Gaye .. ^
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *