जो आप से दिल से बात करता हो . उसे कभी दिमाग से जवाब मत देना
कैसे सोऊ सुकून की नींद में साहब… सुकून से सुलाने वालों के तो शव आ रहें हैं..
मेरा “मैं” हरपल “हम” में बदलता रहा… और तुम बे-परवाह “तुम” में ही रही…
-Tumharii Yeh Aam Sii Baateiin Mujhey Bohat Khas Lagtii Haii .. ‘
अपनी मोहब्बत पर इस कदर यकींन है मुझे की, जो मेरा हो गया वो फ़िर किसी ‘और’ का हो नही Continue Reading..
यूँ तो मुझे झूठ से सख्त नफरत थी, लेकिन अच्छा लगता था जब वो मुझे “जान” कहा करती थी..
इतने जालिम न बनो कुछ तो दया सीखो, तुम पे मरते हैं तो क्या मार ही डालोगे।।
बस खयालात की ही तो बात हे ,, वरना ये महोब्बत और नफरत एक ही दिल से होता है !!
Mujhse agar nafrat karni hai to iraada pakka kar lo!! Zra si bhi chook hui to mohobbat ho sakti hai!!
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