~Suno ! December Ki Sard Hawao’n Ki Qasam Mujhe Tum Zehar Lagtey Ho ..’
खाना बना रही थी ना इसलिए गरम हूं, ये केहकर एक माँ ने अपना बुखार छूपा लिया.
आँखें खुली तो जाग उठी हसरतें तमाम, उसको भी खो दिया जिसे पाया था ख्वाब में..
अक्सर वक्त पडने पर वो ही साथ छोडते है…😓 जिनपर सबसे ज्यादा भरोसा होता है…
सौदा कुछ ऐसा किया है तेरे ख़्वाबों ने मेरी नींदों से.. या तो दोनों आते हैं, या कोई नहीं आता..
जाते-जाते वो मुझे अच्छी निशानी दे गया उम्र भर ना दोहरा पाऊ ऐसी कहानी दे गया।
कुछ दोस्त भी अजीब होते है।😍 पढ़ते सब है लिखते कुछ नही
Bematlab ki duniya ka kissa hi khatm, Ab jis tarah ki duniya us tarah ke hum
वो कागज आज भी फुलो से ज्यादा महकता है दोस्तों जिस पर उन्होंने मजाक में लिखा था कि हमें तुमसे Continue Reading..
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