चुनौतियो को स्वीकार करो क्योकि इससे या तो सफलता मिलेगी या सीख
बंजर नहीं हूँ मैं मुझमें बहुत सी नमी है,,,, आँखे बयाँ नही करती बस इतनी सी कमी है!!!
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी, बेवफा मैंने तुझ को भुलाया नहीं अभी।
हमने तो एक ही शख्स पर चाहत ख़त्म कर दी .. अब मोहब्बत किसे कहते है मालूम नहीं..
बेकसूर कोई नहीं इस ज़माने मे, बस सबके गुनाह पता नहीं चलते.
बहुत भीड़ है मोहब्बत के इस शहर में, एक बार जो बिछड़ा, वो दोबारा नहीं मिलता..
ये भी एक तमाशा है, इश्क और मोहब्बत में दिल किसी का होता है और बस किसी का चलता है.
Usne yeh soch kar mujhe Alvidaa keh diyaa… ki Gareeb logg hain Mohabbat ke sivaa Kya denge
इतनी चाहत से ना देखा कीजिए महफिल मे आप . आप के शाहर वालो से दुशमनी बढ जाएगी
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