बहुत भीड़ हो गयी है तेरे दिल में, अच्छा हुआ हम वक़्त पर निकल गए
जिंदगी भी अजीब है जैसे जैसे कम हो रही है वैसे वैसे ज्यादा पसंद आती जा रही है…!!
दर्द कहां मोहताज़ होता है शब्दों का बस दो आंसू ही काफ़ी है, बयां करने को…..!!
कुछ पतंगें तो मैंने यहीं सोचकर काट दी यारों… कि उन्हें बेचकर चौराहे पर खड़े ग़रीब का पेट तो भरेगा Continue Reading..
बहुत सौचकर आज खुद से ये सवाल किया मैने, . . ऐसा क्या है मुझमे के लोग मुझसे वफा नही Continue Reading..
भरने को तो हर ज़ख्म भर जाएँगे, कैसे भरेगी वो जगह जहां तेरी कमी होगी !!
नाराजगी चाहे कितनी भी क्यो न हो तुमसे तुम्हें छोड़ देने का ख्याल हम आज भी नही रखते_!!!
रोकना मेरी हसरत थी, जाना उसका शौक . . . . वो शौक पूरा कर गया, मेरी हसरतेँ तोङ कर Continue Reading..
Hawa jab zard pattO’n kO juda shakhOn se krti hai ___ Mujhe tum se bichar jana bOht hi yad ata Continue Reading..
Your email address will not be published. Required fields are marked *
Comment *
Name *
Email *