लाख चाहू की तुझे याद न करू लेकिन इरादे अपनी जगह है और बेबशी अपनी जगह
हमने तुम्हें उस दिन से और ज़्यादा चाहा है, जबसे मालूम हुआ के तुम हमारे होना नही चाहते.
झुका लेता हूँ अपना सर हर मज़हब के आगे, पता नहीं किस दुआ में तुझे मेरा होना लिखा हो..
अब तो इतवार में भी कुछ यूँ हो गयी है मिलावट छुट्टी तो दिखती है पर सुकून नजर नहीं आता
Tumko chupa rakha hai in palkon mein , par inko yeh batana nahi aaya , sote mein bhi jag jati Continue Reading..
ये रिश्ते भी अजीब होते है बिना विश्वास के शुरू नही होते. और बिना धोखे के खत्म नही होते!
क्या दौर आया है- . एक तरफ, . कुछ अमीर लोग “”कितना सोना”” खरीदे ये सोच रहे है. . और Continue Reading..
ये सोच के नज़रें मिलाता ही नहीं कि आँखें कहीं ज़ज्बात का इज़हार न कर दें :))
-Be’Dard Zamany Ka Bahana Sa Bana Kar, Hum Toot Key Roty Hain Teri Yaad Me Aksar .. ‘
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