Dil bhi gustakh ho chala tha mera.. Shukar he aap be wafaa niklay..
शुक्र है हँसी बाजार में नहीं बिकती साहब, वरना लोग गरीबों से यह भी छीन लेते
अधिक सीधा-साधा होना भी अच्छा नहीं होता है, सीधे वृक्ष सबसे पहले काट लिये जाते हैं।
Hote hain shayad sirf nafrat mein hi pakke rishte, Warna ab to tan se libaas utarne ko mohhabat kehte h
तकलीफ कि इन्तेहा तो तब है, जब लोग जिंदा रहे और रिश्ते मर जाये…
~Woh Roz Jorhtah Haii Mujhe, Phiir Se Torhney Ke Liiye .. ‘
Tujhe Pa Naa Sake To Sari Zindagi Tujhe Piyar Karenge, Yeh Zarori To Nhi Jo Mil Naa Sake Usey Choor Continue Reading..
मेरी बरबादियों में तेरा हाथ है मगर……. में सबसे कह रहा हूँ ये मुकद्दर की बात है…
आँसूं उठा लेते हैं तेरे ग़मों का बोझ, . . ये वो दोस्त हैं जो एहसान जताया नहीं करते …।
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