गर तू पुलिस वाली होती, पा लेते तुझे कुछ ले दे कर।
बहुत अकेला कर दिया है मेरे अपनो ने मुझे, समझ नहीं आता कि मैं बुरा हूँ या मेरी किस्मत.
जरा सी बात पर बरसों के याराने गए चलो अच्छा है पर कुछ लोग तो पहचाने गए
जब तक ना लगे बेवफाई की ठोकर हर किसी को अपनी पसंद पर नाज़ होता हे
कुछ पतंगें तो मैंने यहीं सोचकर काट दी यारों… कि उन्हें बेचकर चौराहे पर खड़े ग़रीब का पेट तो भरेगा Continue Reading..
अगर मेरी माँ और उसकी होने वाली बहू मेरे साथ है, तो इस कमबख्त दुनिया की मेरे सामने क्या औकात Continue Reading..
“तुम्हे इस हद तक चाहने की तमन्ना है की, मेरे जाने के बाद भी तुम मेरे लिए जी सको !!”
शायद मुझे सुकून तेरे पास ही मिले… मुझको गले लगा बहुत बेक़रार हूँ……..
“Kabhe be wajha yun he baras parti hain ankhen” “Oudas hone ka koi sabab nahe hota”
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