~ Aazmaate Hai Log Sabr Mera .. Baar Baar Zikr Kr K Tera .. ^
खामोशियाँ तेरे मेरे बीच…कितनी सच्ची लगती हैं… लफ्जों के धोखे से कहीं दूर…चुपके से हंसते हैं….
तुमने क्या सोचा कि रिश्ते तोडने से मुँहब्बत खत्म हो जाती है, अरे लोग तो उन्हें भी याद करते है Continue Reading..
किसी को क्या बताये की कितने मजबूर है हम.. चाहा था सिर्फ एक तुमको और अब तुम से ही दूर Continue Reading..
Aap kahte the ke rone se na badleinge naseeb, Umer bhar aapki is baat ne rone na diya…
लोग तो वही रहते है बस वक्त के साथ उनका बर्ताव बदल जाता है
Mahobaat agar chehra dekh kar hoti , to yakeen mano tumhse na hoti
-Ishq Kii Raah Me Sath Chale The Dono, Hum To Barbaad Huye Aap Kahan Tak Pohnchy?
वो मेरा हमसफर भी था वो मेरा राहगुजर भी था, मंजिलें ही एक न थीं, दरमियाँ ये फासला भी था।
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