गलतफहमी में जिंदगी गुजार दी,, कभी हम नहीं समझे कभी तुम नहीं समझे
गुज़र रहा हूँ तेरे शहर से क्या कहूँ क्या गुज़र रही है.
Tujhse judaa judaa huaa main judaa hua, Mujhse khafa khafa yahan mera khuda hua
Pyar ki raahon mein takraar na karna…….. Zindigi mein pyar baar baar na karna..
दीवार का कैलेंडर तो बदलता है हर साल, ए-ख़ुदा अब के बरस हालात भी तो बदल दे !!
अगर कोई आप पर आँख बंद करके भरोसा करे तो आप उसे ये एहसास मत दिलाओ कि वह सच मे Continue Reading..
“तुम्ही आकर थाम लो ना मुझे .! बाबू सब ने छोड़ दिया है मुझे तेरा समझकर ..!!”
~Khushiya Toh Taqdeer Meiin Honi Chahiye, Tasver Meiin Toh Har Koi Muskurata Haii .. ‘
Chalo bikharne dete hai zindagi ko Sambhaalne ki bhi to ek hadd hoti hai.
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