-Qafiila Khushbuon Ka Guzra Haii Tum Kahin Aas Paas Ho Shayad .. ‘
आज मेरे लफ्जों की तबियत ठीक नहीं.. आज आप अपने पसंद की कोई शायरी ही सुना दो
तु मिल गई है ताे मुझ पे नाराज है खुदा, कहता है की तु अब कुछ माँगता नहीं है..!!
Ye Bary Dukh Ki Bat Hai K Ab Hamara Aik Dusray K Dukh Se Koi Wasta Nahi Raha Hai…
न रुकी वक़्त की गर्दिश और न ज़माना बदला……!! . . पेड़ सूखा तो परिन्दों ने ठिकाना बदला……!!
कमाल की तक़दीर पाई होगी उस शॅक्स ने जिसने तुझसे मोहोब्बत भी ना की हो और तुझे पा लेगा..
हर ख़ता माफ़ कर दुंगा सिर्फ इतना बता दे, . क़ि तुमने मुहब्बत के लिये मुझे ही क्यों चुना
मुझे इस बात का गम नहीँ कि बदल गया ज़माना। मेरी जिंदगी तो सिर्फ तुम हो कहीँ तुम ना बदल Continue Reading..
तुम्हे फुरसत हो दुनियां से तो कभी आकर मिलना, हमारे पास सिवा फुरसत के और रह क्या गया है..
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