~ Meri Zindagii Ke Taliban Ho Tum Be’Maqsad Tabahi Macha Rakhii Haii ..’
बचपन में भरी दुपहरी नाप आते थे पूरा महोल्ला, 💗जब से डिग्रियाँ समझ में आई, पाँव जलने लगे
मार्केट में लड़की की स्कूटी ख़राब होने पर, आसपास के लड़कों के अंदर का मैकेनिक जाग जाता है !!
दोस्तो उसे बता देना कि मर गया वो जो तुम पर मरा करता था
ये दरिया-ए-अफसाना कभी ख़त्म ही नही होता ना तुम आते ना ये यादों का कारवां ही ख़त्म होता….
वो रूठ्कर बोला तुम्हे सारी शिकायते हमसे ही क्यू हैं … हमने भी सर झुकाकर बोल दिया की हमे सारी Continue Reading..
इत्तेफ़ाक़ से मिल जाते हो जब वो राह में कभी, यूँ लगता है करीब से ज़िन्दगी जा रही हो जैसे।
भूख तो एक रोटी से भी मिट जाती माँ, अगर थाली की वो एक रोटी तेरे हाथ की होती
एक बात बता😑 तुमने मेरे बगैर भी, जी कर दिखा दिया, अब सवाल ये है कि “दिल” का क्या हुआ
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