koi apna nhi hota ye bhi apno ne hi sikhaya h
~Uljhe Huye Hai Apni Uljhone Meiin Ajkal, Tum Yeh Na Samjhana Ke Ab Woh Chahat Na Rahii..
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने, अब से जल्दी सोया करेंगे , मोहब्बत छोड दी मैँने….
जीने भी दे ,,,दुनिया हमें इल्जाम न लगा एक बार तो करते हैं सब कोई हँसी गुन्हा,,,,,,
हमारे कत्ल के लीऎ तो मीठी जुबांन ही काफी है… अजिब शक्स थे वो जो खंजर तलाश रहे थे..!
भुला के मुझको, अगर आप भी हो सलामत,… तो भुला के मुझको, सम्भालना मुझे भी आता हैं !
-Hamarey Aitbaar Ki Hadd Poochtey Ho Toh Suno Tum’Neh Din Ko Raat Kaha Aur Hum So Gey .. ‘
जरा सी बात पर बरसों के याराने गए चलो अच्छा है पर कुछ लोग तो पहचाने गए
दुनिया में लोग कभी आईना ना देखते अगर , आईने में चित्र नही “चरित्र” दीखता तो……
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