-Ek Muddat Se Waqt Khamosh Tha Aaj, Lamhe Fir Yoon Hi Kuch Kehne Lage .. ‘
Taseer e mohabat kis ko kehte hain.. Tera majboor kar dena mera majboor ho jana
ना जाने इस ज़िद का नतीज़ा क्या होगा.. समझता दिल भी नहीँ वो भी नहीँ मैँ भी नहीँ..
सुनो ना….हम पर मोहब्बत नही आती तुम्हें, रहम तो आता होगा?
रोज़ गाड़ी से लगभग 100 किमी घूमता हूँ लेकिन अभी तक एक भी नोटवाला बोरा नहीं मिला 😀
~Bicharne Wale Tere Liye Ek Mashwara, Haii Kabhii Hamara Khayal Aye To Anyy Dena .. ‘
अन्दाज़ कुछ अलग ही मेरे सोचने का है, मंज़िल का सब को है शौक़, मुझे रास्ते का है….
वो जान गया हमें दर्द में भी मुस्कुराने की आदत है; इसलिए वो रोज़ नया दुःख देता है मेरी ख़ुशी Continue Reading..
ऐसा तो नहीं कि ये ज़िन्दगी हमको प्यारी नहीं,. वो अलग बात है कि तुम्हारे बिना ये हमारी नहीं….
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